20 Dec 2010

बिखरे मोती

"वो मुझसे दूर रह कर खुश है, तो उसे खुश रहने दो
मुझ से मिल कर उसका उदास होना, मुझे अच्छा नहीं लगता

"हमको बहुत नाज़ था अपनी हँसी पर, खून के आंसू रुलाया ज़िन्दगी ने"


"उसे ये शिकवा के मैं उसे समझ न सका
और मुझे ये नाज़ के मैं जानता बस उसको था "

"थक सा गया है मेरी चाहतों का वजूद,
अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इज़हार नहीं करते"
- अज्ञात

"मुझको हँसते हुए इस दुनिया से रुखसत कीजे, कोई रोता है भला जब कोई घर जाता है - मुनव्वर राना"


"एक वो जो मोहब्बत का सिला देता है
ये ज़माना ही वफाओं की सज़ा देता है
वो भी आंसू है जो आग बुझाए दिल की
ये भी आंसू जो दामन जो जला देता है"


"मै मुद्दतों जिया हू किसी दोस्त के बग़ैर
अब तुम भी साथ छोडने को कह रहे हो ख़ैर्..."

"इस बात का रोना नही क्यू तुमने किया दिल बर्बाद किया
इसका गम है के बहुत देर में बर्बाद किया....."

"अब ये भी नही ठीक के हर दर्द मिटा दें
कुछ दर्द कलेजे से लगाने के लिये हैं...

"मैंने तो उस रात से आँखे ही नही खोली जिस रात उसने कहा था के सुबह होते ही भूल जाना मुझे ...

"तुम अगर बिखर जाओ
बेबसी में घिर जाओ
दिल से एक सदा देना
बस मुझे बुला लेना,
मैं तुम्हे संभल लूँगा

"ज़िन्दगी में चलने का ,रास्ता बदलने का
एक हुनर सिखा दूंगा
तुम को होसला दूंगा
और जब संभल जाओ
रौशनी में ढल जाओ
मुझ को ये सिला देना
"तुम मुझे भुला देना"


"वो इस अदा से झूठ कहा करती है
कि उसकी हर बात सच लगा करती है
मुझे मालूम है वो नाजनीन बेवफा है
एक तरफ़ा मोहब्बत यु ही हुआ करती है


"काश पास हमारे भी तुमसे तरीके होते
हमारी बातों में भी तुम्हारे से सलीके होते
तुम्हे पाकर भी तुम्हे शायद पा सकता
प्यार के कायदे भी कभी जो हमने सीखे होते


"कांच से कलाई पे मेरा नाम लिखती रही
मेरे नाम से सुर्ख लकीरें निकलती रही
मोहब्बत इतनी थी उसे मेरे नाम से
अपने ही हाथो से मोम सी वो पिघलती रही"

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