उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम मिटा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाये उनका,
तो हंस कर भीगी पलकें झुका लेते है.
तेरी यादों को सीने से लगाया तो आंसू निकले ,
इस तरह से दिल को बहलाया तो आंसू निकले ,
तेरी महफ़िल तेरे जलवे तेरी बातों का हुनर ,
जब किसी ने आकर सुनाया तो आंसू निकले ,
एक जज्बा था तुम्हे पाने की खवाहिश थी ,
तुमने जब हमको भुलाया तो आंसू निकले ,
तुम हमें कहते थे चश्मे नूर हो मेरे ,
जब हमें आँखों से गिराया तो आंसू निकले ,
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